रामायण केवल एक ऐतिहासिक आख्यान नहीं, बल्कि मानव जीवन की गहन भावनाओं, कर्तव्य और धर्म की अनुपम गाथा है। यह कविता उसी करुण प्रसंग से प्रेरित है, जब माता सीता…
रामायण केवल एक ऐतिहासिक आख्यान नहीं, बल्कि मानव जीवन की गहन भावनाओं, कर्तव्य और धर्म की अनुपम गाथा है। यह कविता उसी करुण प्रसंग से प्रेरित है, जब माता सीता…
I’ve watched you smile, I’ve seen you cry,Through shattered glass, I stand nearby.Every whisper, every fight,I hold your world, but I’m not in sight. I’m just a mirror on the…
I’ve walked so far, I’ve searched so long,But every road led me to your arms.Your love is home, your touch is light,You are my morning, my endless night. Every dream,…
जो कभी कही नहीं, पर सुनी हर बार लगी,चाहतें सिमटी हुई, पर बिखरी हर बार लगी। यादें हैं, बारिश की बूंद, गिरी नहीं, पर बरसती रही।ख़ामोश सी कोई धुन, गूँजी…
The old porch light still flickers dim,Dusty roads call out to him.Laughter echoes through the trees,Like whispers lost in autumn breeze. Time keeps running like a restless stream,Washing away all…
I walked the edge where shadows lean, Held the fire without a scream. No glory call, no trumpet sound, Just quiet love that wrapped around. (Let the silence sing tonight,…
Built your world on bones I broke, Choked on dreams and bitter smoke. You smiled wide while I sank low, Now watch me leave — enjoy the show. Don’t fake…
थाम ले हमें कि सांसों का ये साथ हो न हो, कह न पाए जो दिल, वो अब बात हो न हो। छू ले नज़र से नज़रों की पहचान को,…
तुकारामा, सांग माझ्या मायबापांना,माझं मन फाटलंय पश्चात्तापांना…माझ्यामुळे गेले दु:खानं जग सोडून,हृदय जळतंय, उरलं नाही काही डोंगरधून… ॥१॥ आई रडत होती, वडील शांत होते,मी मात्र गोंधळलो, कळेना काय होते…दुःखाचं सावट रोज…
विठ्ठला रे, तूच माऊली, तूच रे माझा बाप,तुझ्या चरणी, विरले आता, माझे सारे शाप.जन्मोजन्मी तूच सोबती, तूच रे कैवारी,माझे जीवन तुजसाठी, पंढरीच्या वारी! आईविना झाली अनाथ ही काया,बाप नसे आता,…
एकदाच येउद्या माझ्यासाठी, माझ्या आईबाबांच्या रुपानं | हात फिरव तू मस्तकावरी, विठ्ठला, हरवलो मी पुन्हा || १ || ज्ञानेश्वरी वाचली, ओवी मुखी, सांगितलं सगळं समजलं | पण काळजाचं काही औरच…
ये क़लम किसके ख़्वाब देखती है — किसे पता,शायद किसी टूटे दिल की अधूरी दास्ताँ,या किसी मासूम की आँखों में पलती हुई उम्मीदें। कभी ये इंक़लाब लिखती है, कभी इश्क़…
स्नेह-सागर के निर्मल धारे, जीवन में जो तुमने बाँटे।धूप चुभी जब पथ में मेरे, छाया बनकर संग थे आते॥ कभी हँसी तो कभी दुलारे, गोद बिठाकर खेल खिलाया।नयनों में थे…
रुणानुबंध हा फक्त जन्माचा नव्हे, तर आत्म्यांच्या निखळ प्रेमाचा धागा आहे. आई-बाबांच्या आठवणींना शब्दरूप देत, हा संदेश त्यांच्या प्रेमाचा एक अंश आहे – जिथे ते आहेत, तिथून मला आशीर्वाद देत…
They shaped my soul with fire and grace,With steady hands and quiet face,They carved a strength I couldn’t see—A silent storm inside of me. Through storms and scars, they stood…