।।बरगद की छाओं।। एक पुराने गाँव में, ऊचें बरगद की छाओं में, रोज़ धूप छना करती है, चिड़िया वहीं रहा करती है। जब भी पारा चढ़ जाता है, मास्टर वहीं…
।।बरगद की छाओं।। एक पुराने गाँव में, ऊचें बरगद की छाओं में, रोज़ धूप छना करती है, चिड़िया वहीं रहा करती है। जब भी पारा चढ़ जाता है, मास्टर वहीं…
सिया के राम बाग में मिले मुझे, मुलाकात अब भी ध्यान है। चाह मन में है जगी, भाव दोनो के समान है।।१ शब्द में कहा नही, प्रेम इसका नाम है।…
पराये घर से आई है, पराये घर को जाना है। रिश्ता जो हमे मिलता, वही बस निभाना है।। दुआ में मांगता न कोई, जन्म पे रोते है। रीत ने जो…
।। अंधेरा ।। एक अंधेरा छाया है वायरस का प्रकोप जो लाया है। काल की भयंकर काया है जन मानस घिर आया है।।१ एक दूजे से मानस रूठ रहे लाखों…
।। मैं ज़रूर घर आऊंगा ।। घन घोर अंधेरा छाया है, मौत ने तांडव मचाया है। तेरी लाल हुई ये काया है, हमने भी शंख बजाया है।।१ डग मग डग…
।। मैंने देखा है ।। मैंने चंद लम्हों में सब कुछ खोते देखा है, आज मैंने पत्थर को भी रोते देखा है। मैंने दुःखों में अपनो को छुपते देखा है,…
।। नमन ।। Naman कहानियों में सुना था मैंने एक देश जो बसा यहाँ,सोने की चिड़ीया उड़ती थी हाथी घोड़े यहाँ वहाँ।ताज हिमालय बना हुआ अंबुधि आसान है यहाँ,वामांग में…